मस्त लड़की की सेक्सी चूत का मजा हर एक नहीं मिलता. मैं एक मस्त मौला लड़की हूँ. मैं अपने बॉयफ्रेंड से दूर थी तो मौक़ा मिलते ही मैंने अपने एक रिश्तेदार को अपनी सेक्सी चूत दे दी.
आप सबने मेरी पिछली कहानी
मेरा चोदू यार मुझे प्यासी छोड़ गया
में पढ़ा कि अपने चोदू यार संजय के पास से प्यासी घर लौटने पर मुझे मिला मेरी मौसी का भतीजा नितिन.
उसने मुझे मेरे बॉयफ्रेंड से सेक्स की बातें करते सुन लिया और इसका फायदा उठाकर उसने मेरे हाथ में लंड देकर मुठ मरवाई.
उसने मेरे मम्मो को मसलते हुए अपना पानी मेरे हाथ में निकाल कर मुझे गंदा कर दिया।
मैं हाथ धोकर सीधे नीचे मम्मी के पास चली गयी.
मैंने सोचा कि चलो इतने में जान छूटी।
अब आगे मस्त लड़की की सेक्सी चूत का मजा:
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रात को वह खाना खाकर बाहर घूमने गया और आकर सीधे ऊपर चला गया.
मैंने सोचा कि मैं जल्दी सोने नहीं जाती हूँ.
तो मैं काफी देर से ऊपर गयी, सोचा कि वह सो गया होगा.
और मैं भी जाकर सीधे सो गयी।
फिर रात करीब 2 बजे नितिन मुझसे पीछे से लिपट गया.
मेरी नींद खुली, मैंने कहा- यह क्या कर रहे हो?
उसने कहा- मैंने तुम्हारी सेक्स चैट देखी है. अब तो तुम्हें चोदे बिना नहीं जाऊंगा.
तब मुझे पता चला कि मेरे सोने के बाद उसने मेरे मोबाइल को अनलॉक कर सब देख लिया था.
मैंने कहा- मेरा पासवर्ड कैसे जाना?
उसने कहा- 2 दिन की मेहनत है. नज़र रखी और तुम्हें खोलते हुए देख लिया. अब तो तुम अपना मोबाइल नहीं अनलॉक कर पाओगी क्योंकि मैंने पासवर्ड चेंज कर दिया है.
मैंने अपना फोन खोलना चाह पर वह सच कह रहा था।
तब मैंने कहा- तुम इतने परेशान हुए और मुझे भी परेशान किया. सीधे ही कह देते. या दूसरे तरीके से भी करते तो मैं मना नहीं करती. जब तुम्हारी मुठ मारी तो फिर बाक़ी क्या ही था।
उसने कहा- तुम तैयार हो?
मैंने कहा- हाँ!
मन में मैंने सोचा कि चलो कई दिन के बाद आज चूत की प्यास बुझेगी।
पर मैंने नितिन से कहा- बिना प्रोटेक्शन नहीं!
तो उसने कहा- मैं लेकर आया हूँ मेरी अनु!
मतलब वह बाहर घूमने नहीं, रात की प्लानिंग का सामान लेने गया था।
मैंने कहा- अगर मुझे संतुष्ट कर दिया तो दोबारा भी मौका दूँगी जब तक यहाँ हो तब तक! नहीं कर पाए तो भूल जाना फिर!
उसने कहा- मुझे 4 साल का अनुभव है.
मैंने पूछा- गर्लफ्रेंड है?
उसने कहा- हाँ 2-2 हैं. और पेड सेक्स गर्ल भी चोद रखी है मैंने!
मैंने कहा- देखते हैं फिर!
तब शुरू हुआ दंगल चुदाई का!
पीले रंग का डिम लाइट चालू करके हॉल का दरवाजा बंद किया मैंने!
और फिर उसके पलंग पर लेट गयी.
उसने पहले मुझे किस किया, मेरे होंठों का रस पीने लगा वह!
वह मेरे निचले होंठ को अपने दांतों से काट कर मेरी गर्दन पर चूमने लगा.
मेरे दोनों हाथ उसकी पीठ को सहला रहे थे.
फिर उसने देर न करते हुए मेरे टॉप को उतार दिया.
मैं अब शमीज में थी.
तो उसने मेरे पायजामे को उतार दिया.
अब मैं काली पैंटी में थी।
देर न करते हुए वह तुरंत नंगा हो गया और बड़े प्यार से मेरी शमीज की रिब (जैसी ब्रा में होती है वैसी) को कंधों से खिसका कर मेरे मम्मे आज़ाद कर दिए. और शमीज मेरी कमर में ही रह गयी.
नितिन मेरे मम्मे देखकर खुश हो गया और उन पर टूट पड़ा.
वह मेरे मम्मे चूसते हुए पैंटी के ऊपर से मेरी चूत को मसल कर मेरी आग को और तेज कर रहा था, मेरे मम्मों को दांतों से काट कर मेरे दर्द का मजा ले रहा था.
और मैं भी इस प्यार भरे दर्द के समंदर में डुबकी लगाने के लिए तैयार थी।
फिर उसने मेरी पैंटी के ऊपर से ही चूत के अंदर अपनी उंगली घुसानी शुरू कर दी.
मैं आहें भर रही थी आँखें बंद करके!
इस तड़प का मजा ही कुछ और था.
फिर वह उठा और मेरी पैंटी को साइड खिसका कर मेरी चूत में उंगली डाली.
तो उसने कहा- अनु, सील तो टूट चुकी है तुम्हारी! चुदती भी रहती हो क्या?
मैंने कहा- आम खाओ … गुठलियां मत गिनो।
उसने बड़े अदब और प्यार से मेरी पैंटी और समीज को मुझसे अलग कर दिया और कहा- अब तो मेरे लण्ड की सेवा कर दो!
फिर मैं उठी और वह लेटा.
लण्ड चूसने की कला में मैं पारंगत हो चुकी थी.\
दो मिनट में ही वह खुश होकर बोला- तुम तो अनुभवी हो!
उसने कहा- ठीक है, शुरू करें?
मैंने हामी भरी।
उसने कहा- सीधी लेट जाओ.
वह उठा और चलते कूलर का पानी चालू किया और मुट्ठी में पानी लिया और मेरी छाती पर ठंडा पानी छिड़क दिया.
मानो उसने मुझे घायल ही कर दिया हो.
एक बार मेरे बदन को अच्छे से चूमने और चाटने के बाद वह मेरी चूत को चाटने लगा.
तो मैं अपने हाथों से उसके सिर को पकड़ कर अपनी चूत की ओर धक्का देने लगी.
नितिन मेरी चूत के दोनों लबों को बारी बारी से अपने मुंह में ले कर चूस रहा था.
मुझे बहुत आनन्द मिल रहा था … मैं कुछ सोच समझ नहीं पा रही थी, यह आनन्द शब्दों में बता पाना मेरे लिए कठिन है।
उसके लण्ड का साइज 5 इंच था और काफी मोटा भी था.
शायद इतना मोटा संजय और राहुल का लंड नहीं था।
करीब 15 मिनट चुम्मा-चाटी करने के बाद मेरी चूत गीली हो चुकी थी और मैं चुदने के लिए तैयार थी.
अब उसने भी देर नहीं की और मुझसे कहा- मेंढक वाली पोजीशन बना लो!
मैं मेंढक बन गयी।
फिर उसने कहा- मेंढक छलांग कैसे लगता है, वैसे ही तुम भी पोज़िशन लो!
मैं वैसी हो पोजीशन में आयी.
नितिन अपने घुटनों के बल बैठा और उसने कहा- पैरों को और थोड़ा फैला लो और हाथों पर बराबर बैलेंस बनाना होगा तुम्हें!
मैंने कहा- ठीक है.
फिर वह मेरी गांड के छेद को अपनी खुरदुरी जीभ से चाटने लगा.
मैंने कहा- यह क्या कर रहे हो?
उसने कहा- कितना सुन्दर है तुम्हारी गांड का छेद. अभी तक तुमने गांड में लण्ड नहीं लिया क्या?
मैंने कहा- नहीं … और लेना भी नहीं है. तुम सही जगह निशाना लगाओ जल्दी से!
मुझसे अब रहा न जा रहा था, मैंने कहा- जल्दी करो।
उसने कहा- ठीक है.
प्रोटेक्शन पहन कर मेरी गीली चूत पर उसने पहला हमला किया.
उसका आधा लण्ड ही गया होगा, मुझे अच्छा लगा लण्ड लेते ही!
उसने फिर उसे निकाल कर तुरंत झटके देने शुरू कर दिए.
डॉटेड कंडोम का अपना अलग ही मजा आ रहा था।
बस फिर वह शुरू हो गया मुझे चोदने!
मैं भी चुदाई का आनन्द लेने लगी.
उसने कहा- मजा आ रहा है न अनु!
मैंने कहा- हाँ … पर इस पोजीशन से पैरों में दर्द हो रहा है.
उसने कहा- ठीक है, आगे की और झुक जाओ अपनी छाती के सहारे!
और बस फिर क्या था … वह जैसे मशीनगन चला रहा हो.
करीब 7 मिनट के बाद मैंने कहा- मेरा होने वाला है!
नितिन ने कहा- इतनी जल्दी?
उसने अपना लण्ड बाहर कर लिया, मुझे घुमाया और मुझे चूमने लगा.
और उंगली से मेरी चूत को चोदने लगा.
फिर कुछ मिनट के बाद उसने मुझे पलंग के किनारे कर मेरी दोनों टांगों को अपने कंधे के ऊपर कर लिया और शुरू हो गया.
मैं भी आँखें बंद कर धक्कों का मजा ले रही थी.
उसके एक एक धक्के में मेरा सुख बढ़ता जाता.
मैंने कुछ देर के बाद उसे कहा- नितिन मेरा होने वाला है!
उसने कहा- ठीक है!
और मैं झड़ गई.
बहुत समय के बाद जैसे मुझे यह अहसास मिला, मेरा शरीर का बोझ हल्का हो गया.
मेरी गीली हो चुकी चूत में वह धमाधम अपने लण्ड को अंदर बाहर कर रहा था.
फिर उसने अपनी स्पीड तेज की.
और कुछ पल बाद अपने लण्ड को मेरी चूत में से बाहर निकाला और कंडोम निकाल कर मुझे कहा- मुँह में ले लो प्लीज!
मैं समझ गयी कि यह मुँह में सारा माल निकलेगा.
उसने मुझे खुश कर दिया था इसलिए मुझे भी उसकी खुशी का ख्याल रखना ही था.
तो मैंने उससे कहा- चलो सीधे बाथरूम में!
फिर मैं घुटनों के बल बैठ गयी और उसके लण्ड को मुँह में लेकर अपनी खुरदुरी जीभ से उसके टोपे पर रगड़ने लगी.
चंद सेकंड में मैंने उसका सारा वीर्य निकलवा दिया.
वीर्य निकलते समय उसने मेरे मुंह को अपने लण्ड पर ही बालों से पकड़ कर बिल्कुल दबा लिया ताकि मैं उसका लण्ड अपने मुंह से ना निकाल पाऊं.
औरवीर्य निकलने के 30 से 45 सेकंड तक के बाद उसने मुझे इसी तरह दबा कर रखा.
मैं भी उसकी खुशी के लिए यह कर गयी.
और फिर मैंने अपने मुंह से सारा वीर्य बाहर थूका और कुल्ला किया।
नितिन खुश हुआ और कहा- तुम तो खिलाड़िन हो चुदने के मामले में! मस्त लड़की हो सेक्सी चूत वाली!
मैंने कहा- तुम भी तो खिलाडी हो!
हम दोनों एक दूसरे को किस करते हुए अपने आप को साफ करके कमरे में आकर बिस्तर पर सो गए.
बहुत दिनों के बाद इतनी अच्छी नींद आई।
जैसा कि मैंने नितिन से वादा किया था कि अगर उसने मुझे खुश कर दिया तो मैं उसे दोबारा भी चांस दूंगी.
तो वह अब मेरे पीछे पीछे ही रहता था और मुझे छेड़ता रहता था.
जब हम अकेले टीवी देखते थे तो वह मेरे मम्मों और चूत को मसल देता था.
मैं भी ख़ुशी से उसे और उकसाती थी।
आज रात पापा के वापस आने का था तो नितिन ने कहा- अनु, तुम्हारे पापा आने के बाद मुझे मौका मिले ना मिले … तो एक बार और मुझे तुम्हारी चूत की सेवा करने का मौका दो.
मैंने कहा- बिल्कुल दूंगी, तुम चिंता मत करो. पर मम्मी और मौसी को तो बाहर जाने दो शाम तक!
तो शाम के समय मम्मी और मौसी सामने वाली आंटी के यहां पर बैठने के लिए चली गई.
बस मौका देख नितिन और मैं शुरू हो गए।
उसने मेरे पायजामे को नीचे कर दिया और मैंने उसे किस करना शुरू किया.
मेरी पैंटी के ऊपर से उसने मेरी चूत को मसलना शुरू किया और फिर उसने उसे नीचे खिसका कर मेरी चूत पर अपनी जीभ फेरना शुरू किया.
मैंने वहीं पास रखी कुर्सी पर एक पैर रखा जिससे मेरी चूत खुल गयी.
नितिन अब आराम से अपनी जीभ से मेरी चूत को चाट रहा था मानो जैसे वह अपनी जीभ से ही मेरी चूत को चोद देगा।
उसने फिर थोड़ी देर में अपने लंड को बाहर निकाला और मुझे इशारे में कहा मुँह में लेने के लिए!
मैंने 2-3 मिनट ऐसे लंड को अपनी जीभ से चाटा कि वह पूरा गीला हो चुका था.
तब मैंने कहा- चलो अब जल्दी करो, कोई आ न जाये.
उसने कहा- ठीक है!
मेरे पीछे आकर उसने प्रोटेक्शन पहना और अपने लंड को सेट किया मेरी चूत में!
मैं भी तैयार थी इस हमले के लिये!
वह मेरे टॉप और समीज को मेरे बूब्स तक ऊपर उठा कर मेरे मम्मों को मसल रहा था।
और उसके धक्के मेरी चूत में अंदर बाहर लग रहे थे.
मुझे मजा भी आ रहा था.
करीब 5 मिनट के बाद उसने कहा- अनु, मेरा होने वाला है.
उसने आखिर में मुझे जोर जोर से 2-3 धक्के दिए और मेरी चूत के अंदर ही वह झड़ गया.
फिर उसने अपने लंड को बाहर निकाल लिया और प्रोटेक्शन हटा कर बाथरूम में जाकर फटाफट आया और कपड़े पहन कर मेरे पास आकर बोला- क्या चीज हो तुम!
तब उसने मुझे पलंग पर लेटा दिया और मेरी चूत को अपनी उंगली और जीभ से तब तक घायल किया जब तक कि मैं नहीं झड़ गयी.
उसने मेरी चूत का सारा पानी चाटा और मुझे किस किया और कहा- अपनी चूत का स्वाद लो अनु!
मेरी पैंटी से ही उसने मेरी चूत को पौंछा और कहा- यह निशानी मैं रख रहा हूँ तुम्हारी याद में!
मैं मुस्कुराई और कहा- ठीक है।
फिर मैं उठी और दूसरी पैंटी के लिए जाने लगी.
तो उसने कहा- अनु, जब तक मैं यहाँ हूँ, प्लीज तुम पैंटी मत पहनो!
मैंने कहा- क्यों?
उसने कहा- मौका मिलते ही चूत मार लूंगा. यह पैंटी दिक्कत देती है!
मैंने उसकी बात मान ली।
रात को पापा आये और खाना खा पीकर पापा भी हमारे साथ हॉल में कूलर के कारण वहीं सो गए।
दूसरे दिन पापा ऑफिस चले गए और मम्मी और मौसी भी अपने काम में थी तो नितिन ने कहा- यार देखो, रात को मौका नहीं मिलने वाला, तुम अभी कर लो!
मैंने कहा- नहीं, कोई आ गया तो?
उस दिन तो कुछ न हो पाया लेकिन वह मेरे पायजामे में हाथ डालकर मेरी चूत में उंगली कर दिया करता था।
फिर 2 दिन के बाद मौका तब मिला जब मम्मी ठीक हो गयी थी और वे मौसी के साथ मार्केट गयी शॉपिंग के लिए!
अब तो नितिन से रहा न गया, उसने कहा- ये आखिरी चुदाई है, तुम तैयार हो?
मैंने कहा- हाँ!
उसने कहा- तुम पहले पूरी तरह से नंगी हो जाओ.
मैं नंगी हुई.
उसने अपने मोबाइल से मेरी फोटो ली.
मैंने कहा- यह क्या कर रहे हो? डिलीट करो इसे!
उसने कहा- चिंता मत करो, चेहरा नहीं आने दूंगा. तुम चेक कर लेना.
फिर उसने मेरे पूरे जिस्म अंग प्रत्यंग की फोटो ली, मम्मे और चूत की तो चाटते हुए सेल्फी ली।
तब उसने कहा- चलो अब जरूरी कार्य को सम्पन्न कर लें!
हम दोनों ने 20 मिनट एक दूसरे को ऐसा चूमा जैसे अब इस जन्म में दोबारा न मिलना होगा.
फिर उसने प्रोटेक्शन पहन कहा- अनु, तुम मेरे ऊपर आ जाओ
मैं ऊपर आकर उसके लंड में अपनी चूत को सेट कर उठक बैठक करने लगी.
वह मेरे मम्मों को दबाता.
मैं झुक कर उसे किस करती और वह मेरे होंठों को काट लेटा जिससे मेरे अंदर और करंट दौड़ जाता।
फिर मैं झुक गयी और उसे अपनी बाहों में भर लिया और किस करने लगी.
वह अब अपने लंड को मेरी चूत में अंदर बाहर कर रहा था.
दोस्तो, मैं शब्दों में बता नहीं सकती कि मैं क्या महसूस कर रही थी।
फिर वह उठा और कुर्सी पर बैठकर बोला- आ जाओ मेरे लंड पर अपनी सेक्सी चूत सेट करो और मुझे किस करो!
मैंने वैसा ही किया.
उसने मुझे कहा- कस कर पकड़ो!
और फिर उसने मुझे गोदी में उठा कर करीब 2 मिनट जोर जोर से धक्के दिये मेरी चूत में!
मैं पहली बार गोदी में चुदी थी।
फिर उसने मुझे दीवार पर सटा दिया और धक्का देना शुरू किया.
अब मैं भी जोश में थी.
कुछ देर में मैं झड़ने वाली थी.
उसने कहा- रुको मेरी जान!
वह मुझे गोदी में उठाकर सीधे बाथरूम में ले गया और शावर चालू कर दिया.
मैंने कहा- अगर कोई आ गया तो?
उसने कहा- आने दो!
फिर उसने मेरा एक पैर अपने हाथ में लिया और मेरी सेक्सी चूत में धावा बोल दिया.
मैं झड़ गयी.
फिर वह भी मेरे बाद झड़ गया.
उसने कहा- आखिरी बार मेरे लंड को साफ कर दो!
मैं झुकी और कंडोम निकाल कर उसके लंड को अच्छे से चाटा.
और फिर उसे किस किया.
फिर हम दोनों एक दूसरे को चूमते हुए साथ में नहा कर निकले, कपड़े पहने.
फिर अगले दिन वह और मौसी चले गए.
उसके बाद मैं भी घर से हॉस्टल आ गयी क्योंकि संजय तो गया हुआ था बाहर!
आगे और भी मजेदार चुदाई के किस्से हैं.
आने वाली कहानियों में बताऊंगी।
दोस्तो, आपको यह मस्त लड़की की सेक्सी चूत की कहानी कैसी लगी?
आप मुझे कमेंट करके बतायें।